नीरज चोपड़ा का भविष्य का लक्ष्य 90 मीटर की बाधा पार करना

- नीरज चोपड़ा का मानना है कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है।
- वह अगले साल तकनीक में सुधार करके 90 मीटर की बाधा पार करना चाहते हैं।
- वह मानते हैं कि पैरों की भूमिका महत्वपूर्ण है और इसमें सुधार करने की जरूरत है।
विश्लेषण:
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते हैं। वह भारतीय खेल इतिहास के सबसे सफल भालाफेंक खिलाड़ी हैं।
चोपड़ा का मानना है कि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है। वह अगले साल तकनीक में सुधार करके 90 मीटर की बाधा पार करना चाहते हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि 90 मीटर की बाधा को पार करने वाले केवल दो पुरुष भालाफेंक खिलाड़ी हैं।
चोपड़ा का मानना है कि पैरों की भूमिका महत्वपूर्ण है और इसमें सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर वह थोड़ा आगे बढ़कर थ्रो फेंकते तो स्टॉकहोम डायमंड लीग में उनका थ्रो 90 मीटर से अधिक होता।
चोपड़ा का लक्ष्य अगले साल पेरिस ओलंपिक में 90 मीटर की बाधा पार करना है। वह एक भारतीय खिलाड़ी के लिए यह उपलब्धि हासिल करके इतिहास रच सकते हैं।
राय:
चोपड़ा का लक्ष्य 90 मीटर की बाधा पार करना एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, लेकिन वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और यह उनके लिए संभव है।
उन्हें अपने कोच के साथ मिलकर अपनी तकनीक में सुधार करने पर ध्यान देना चाहिए। अगर वह ऐसा कर सकते हैं, तो उन्हें अगले साल पेरिस ओलंपिक में 90 मीटर की बाधा पार करने का अच्छा मौका होगा।