मानसून ने समय से पहले दी केरल में दस्तक, 16 वर्षों में पहली बार इतनी जल्दी आया

देशभर के लोगों को गर्मी से राहत की बड़ी खबर मिली है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शुक्रवार को केरल में आधिकारिक तौर पर दस्तक दे दी है। यह इस बार अपने निर्धारित समय यानी 1 जून से पूरे आठ दिन पहले केरल पहुंच गया है। यह एक महत्वपूर्ण मौसमीय घटना मानी जा रही है, क्योंकि पिछले 16 वर्षों में पहली बार मानसून इतनी जल्दी आया है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मानसून के आगमन की पुष्टि करते हुए कहा कि केरल और इसके आस-पास के इलाकों में पिछले 24 घंटों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है, और मानसून की विशेषताएं स्पष्ट रूप से नजर आ रही हैं। इस शुरुआती मानसून से किसानों, खासतौर पर खरीफ की फसल पर निर्भर रहने वालों के लिए उम्मीदों की नई किरण जगी है।
आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया, "इस वर्ष मानसून की शुरुआत असामान्य रूप से जल्दी हुई है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में अनुकूल हवाओं और समुद्री सतह के तापमान में बदलाव ने मानसून को जल्दी सक्रिय होने में मदद की है।"
क्या होगा असर?
जल्द शुरू हुआ मानसून कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
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कृषि पर सकारात्मक असर: खरीफ फसलों की बुवाई जल्दी शुरू हो सकेगी, जिससे उत्पादन में वृद्धि की संभावना है।
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जल संकट में राहत: देश के कई हिस्सों में पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को इससे राहत मिलने की उम्मीद है।
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गर्मी से निजात: लगातार बढ़ते तापमान से जूझ रहे उत्तर और पश्चिम भारत के लोगों को अब जल्द ही राहत मिल सकती है।
हालांकि मौसम विशेषज्ञों ने यह भी चेतावनी दी है कि मानसून की शुरुआत भले ही जल्दी हुई हो, लेकिन इसकी प्रगति और व्यापकता पर लगातार नजर रखने की जरूरत है। जल्दी मानसून आने का यह मतलब नहीं कि पूरे देश में बारिश सामान्य से अधिक होगी।
पिछले वर्षों की तुलना
मानसून सामान्यतः हर साल 1 जून के आसपास केरल में प्रवेश करता है। लेकिन 2007 के बाद यह पहला मौका है जब यह मई के महीने में ही दस्तक दे गया है। पिछले कुछ वर्षों में मानसून के आगमन में या तो देरी हुई या फिर वह समय से ही आया, लेकिन इतने बड़े अंतर से पहले नहीं आया था।
आगे की उम्मीद
आईएमडी के अनुसार, अगर मौजूदा परिस्थितियां बनी रहीं तो मानसून आने वाले 10-12 दिनों में दक्षिण और मध्य भारत के अन्य हिस्सों तक भी पहुंच सकता है। इससे पहले महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में बारिश की संभावना जताई गई है।